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ब्राइटर माइंड्स प्रोग्राम: समर वेकेशन में पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के बच्चे सीख रहे शारीरिक व बौद्धिक विकास के गुर

- विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) की 7वीं वाहिनी द्वारा किया गया आयोजन बच्चों को सिखाई जा रही कौशल विकास और लेफ्ट व राइट ब्रेन को कंट्रोल करने की कला -3 से 30 अप्रैल तक होगा आयोजन, 5 से 15 वर्ष तक के बच्चे करेंगे सहभागिता

भोपाल. मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) की 7वीं वाहिनी द्वारा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों के लिए “ब्राइटर माइंड्स” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। लाल परेड ग्राउंड स्थित पुलिस जिम्नेशियम में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गर्मी की छुट्टियों मेंं बच्चों को विभिन्न शैक्षणिक और मनोरंजक गतिविधियों से जुडऩे का अवसर प्रदान करना है। 3 से 30 अप्रैल तक चलने वाले इस आयोजन में 5 से 15 वर्ष तक के बच्चे भाग ले सकेंगे। कार्यक्रम की नोडल ऑफिसर डीआइजी (प्रशासन) रुचिवर्धन मिश्रा ने बताया कि “ब्राइटर माइंड्स” कार्यक्रम बच्चों के बौद्धिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान शैक्षिक कार्यशालाओं, कला व शिल्प कक्षाओं, खेल और खेल जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों के लिए यह कार्यक्रम नि:शुल्क आयोजित किया जा रहा है।
पाठ्यक्रम में इन्हें किया है शामिल
“ब्राइटर माइंड्स” कार्यक्रम बच्चों के लिए अपनी गर्मी की छुट्टियों को आनंदपूर्वक बिताने का एक शानदार अवसर है। ब्राइटर माइंड्स” कार्यक्रम का पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किया गया है, जिससे बच्चे नए कौशल का विकास करने के साथ-साथ आनंद भी ले सकें। ब्राइटर माइंड्स कार्यक्रम हार्टफुलनेस संस्थान की सहयोगी संस्था कॉग्निटिव सिस्टम द्वारा तैयार किया गया है। संस्था के ग्लोबल गाइड पद्मभूषण श्री कमलेश डी पटेल द्वारा प्रोग्राम प्रायोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों को लेफ्ट और राइट ब्रेन के संतुलित विकास के लिए टिप्स भी दिए जा रहे हैं। इस प्रोग्राम में बच्चों के संज्ञानात्मक कौशल को विकसित करना, उनमें एकाग्रता बढ़ाना, उत्साह और आनंद में अभिवृद्धि करना, शांति व संतुलन स्थापित करना, पढ़ाई के प्रति अभिरुचि बढ़ाना, परिवार में सामंजस्य और स्वस्फूर्त अनुशासन ब?ाना, आत्मविश्वास में अभिवृद्धि, बेहतर अभिव्यक्ति, तनाव-प्रबंधन एवं सकारात्मक ऊर्जा का विकास आदि शामिल हैं।

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